उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नलकूप विभाग के जूनियर इंजीनियर (जेई) शैलेंद्र कुमार ने बीते दिनों अपनी पत्नी और बेटी के साथ आत्महत्या कर ली थी. इस सुसाइड की गुत्थी हर दिन उलझती जा रही है. पुलिस के हाथ शैलेंद्र कुमार का एक और सुसाइट नोट मिला है. तीसरे सुसाइड नोट में मृतक जेई ने अपने भाई राजू के ऊपर गंभीर आरोप लगाया है.
तीसरे सुसाइड नोट में मृतक जेई शैलेंद्र कुमार ने अपने भाई राजू के ऊपर आरोप लगाया है कि राजू ने जमीन के कुछ हिस्से को गलत तरीके से बेच दिया और उसका पैसा रख लिया. यानी मृतक के साथ जालसाजी भी की गई. इस सुसाइड नोट के साथ ही मृतक शैलेंद्र कुमार, उनकी पत्नी और बेटी के अंतिम संस्कार के दिन उनके घर में चोरी की भी जांच पुलिस कर रही है.
एक के बाद एक मिलते सुसाइड नोट और तीनों के अंतिम संस्कार के दौरान हुई चोरी ने पुलिस को उलझा कर रखा दिया है. पुलिस पूरी घटना की कड़ी से कड़ी जोड़ने की कोशिश कर रही है. गौरतलब है कि पिछले दिनों ही जानकीपुरम के रहने वाले जेई शैलेंद्र कुमार ने अपनी पत्नी और बेटी के साथ जान दे दी थी. मौके से एक सुसाइड नोट मिला था.
इस सुसाइड नोट में पैसे के लिए चार लोगों द्वारा प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगा था, लेकिन जब पुलिस ने चारों से पूछताछ की तो प्रताड़ित करने की बात सामने नहीं आई. इस बीच पुलिस को एक और सुसाइड नोट मिला था, जिसमें 75 लाख रुपये के कर्ज की बात थी, लेकिन मृतक के बैंक खाते में 80 लाख रुपया मिला, जिस वजह से मामला उलझ गया.
अब एक और सुसाइड नोट मिला है, जिसकी पुलिस छानबीन कर रही है. इस मामले में डीसीपी कासिम अब्दी ने कहना है कि तीसरे सुसाइड नोट में भाई राजू पर जमीन को गलत तरीके से बेचने और उसका पैसा हड़पने का आरोप लगा है, हम राजू को बुलाकर पूछताछ कर रहे हैं और घर में हुई चोरी की भी जांच कर रहे हैं.
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केक खाकर पत्नी-बेटी के साथ जेई ने दी थी जान
सुसाइड के दौरान मृतक जेई शैलेंद्र ने घर में केक काटा था और सबको केक खिलाया था. यही नहीं केक खिलाते समय जेई शैलेंद्र कुमार ने कहा था, ‘अब हम सबको अगला जन्मदिन मुबारक हो.’ पड़ोसी लव कुश के मुताबिक, जहर खाने के बाद जैसे ही हम लोगों को पता लगा हम दरवाजा कूदकर अंदर गए तो देखा कि सब तड़प रहे हैं.
लवकुश ने कहा कि सभी घर की गैलरी में जमीन पर पड़े तड़प रहे थे, जब हमने उनको उठा कर अस्पताल ले जाने लगे तो तड़पते हुए मना करने लगे, नहीं जाना अस्पताल छोड़ दो-छोड़ दो, जिसको सुनकर हम सभी लोग चौंक गए कि आखिर क्यों अस्पताल नहीं जाना चाहते हैं, हालांकि हम अस्पताल लेकर फिर भी पहुंचे लेकिन वहां पर उनकी मौत हो गई.