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जल्द तैयार होगा पटना का गांधी सेतु, बिहार के लोगों को नए साल में जाम से मुक्ति, 2024 में नया पुल

PATNA-पथ निर्माण मंत्री की हिदायत, एजेंसी को नहीं मिलेगा अवधि विस्तार, गांधी सेतु का जीर्णोद्धार हर हाल में मई तक पूरा करें, किसी भी स्तर पर विलंब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, पथ निर्माण मंत्री ने आठ मेगा परियोजनाओं की समीक्षा : सूबे के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने राज्य में चल रही महत्वपूर्ण मेगा पुल-पुलिया व सड़क परियोजनाओं की समीक्षा की। बुधवार को विभागीय सभागार में अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में मंत्री ने आठ बड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की। अधिकारियों को इन परियोजनाओं में तेजी लाने का निर्देश दिया।

मंत्री ने महात्मा गांधी सेतु के जीर्णोद्धार कार्य को हर हाल में 15 मई 2022 तक पूरा करने को कहा। मंत्री ने साफ कहा कि इस अवधि के बाद एजेंसी को अवधि विस्तार नहीं दिया जाएगा। उत्तर बिहार के लिए यह परियोजना लाइफलाइन है। इस सेतु के कारण पटना शहर में जाम की समस्या लग रही है। इसलिए इस सेतु का समय पर बनना नितांत आवश्यक है। इसमें किसी भी स्तर पर विलंब बर्दाश्त नहीं होगा। वहीं, गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले नए पुल पर कहा कि अक्टूबर 2024 में इसे पूरा होना है।

लेकिन मौजूदा काम धीमा है। एजेंसी को क्रैश कार्यक्रम बनाने का निर्देश देते हुए कहा कि इसे हर हाल में मार्च 2024 तक पूरा कर लिया जाए। एनएच 106 वीरपुर-बिहपुर में बन रहे फुलौत ब्रिज की धीमी प्रगति पर मंत्री ने नाराजगी जताई। इस पुल का काम अब तक शुरू नहीं हो सका है। जनवरी के प्रथम सप्ताह में हर हाल में एजेंसी को काम शुरू करने को कहा गया। विक्रमशिला सेतु में निविदा का निष्पादन तेजी से करने को कहा। इस सेतु में आईडब्ल्यूएआई और वन्य संरक्षण अधिनियम के तहत कुछ मंजूरी मिलनी बाकी है। इस काम में तेजी लाने को कहा गया।

एनएच 106 वीरपुर-बिहपुर की धीमी प्रगति पर मंत्री ने नाराजगी जताते हुए निर्माण एजेंसी आईएलएफएस के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सड़क एवं राजमार्ग परिवहन मंत्रालय को प्रस्ताव भेजने को कहा। एनएच 80 मुंगेर-मिर्जाचौकी के लिए निविदा कार्यादेश होना है। तब तक एजेंसी को कहा गया कि वह मौजूदा सड़क को हर हाल में मेंटेन रखे।

बैठक में पथ निर्माण के अभियंता प्रमुख हनुमान चौधरी, मुख्य अभियंता अमरनाथ पाठक, अनिल कुमार सिन्हा व नीरज सक्सेना, सड़क एवं राजमार्ग परिवहन मंत्रालय के क्षेत्रीय पदाधिकारी प्रदीप कुमार लाल, समन्वयक मनोरंजन प्रसाद सिन्हा आदि अधिकारी मौजूद थे।

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