बिहार के सहरसा जिले में शुक्रवार को हुए खजुरी पंचायत के मुखिया की हत्या मामले का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खुलासा कर लिया है. वहीं, कार्रवाई करते हुए हत्याकांड के मुख्य आरोपी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. हत्याकांड का मुख्य आरोपी रंजीत यादव लंबे समय तक आरजेडी से जुड़ा रहा है. पिछले विधानसभा चुनाव में आरजेडी से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था.
कल शाम कर दी थी हत्या
पुलिस के मुताबिक शुक्रवार की देर शाम अपराधियों ने खजुरी रेलवे क्रॉसिंग के पास खजुरी पंचायत के मुखिया रंजीत साह की गोली मार कर हत्या कर दी थी. इधर, मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने खजुरी निवासी रंजीत यादव, लक्ष्मीनिया निवासी दीपक यादव और बैजनाथपुर के जीवन पोद्दार को गिरफ्तार किया है.
चुनावी रंजिश में मुखिया की हत्या
पुलिस की मानें तो पूर्व में हुए चुनावी रंजिश को लेकर वारदात को अंजाम दिया गया है. गिरफ्तार मुख्य आरोपी रंजीत यादव राजनीति से जुड़ा रहा है. साल 2001 से 2005 तक खजुरी पंचायत का मुखिया रह चुका है. पिछले विधानसभा चुनाव में आरजेडी से टिकट नहीं मिलने पर उसने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था. रंजीत यादव के पिता भी लंबे समय तक मुखिया रह चुके थे.
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार की देर शाम खजुरी पंचायत के मुखिया रंजीत कुमार साह की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दिया था. हत्या के विरोध में शनिवार को ग्रामीणों ने मुखिया रंजीत कुमार साह के शव को बैजनाथपुर चौक पर रख कर सड़क को जाम कर दिया था.
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दो आरोपी अब भी फरार
ऐसे में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. कार्रवाई के संबंध में एसपी लिपि सिंह पीसी कर बताया कि मुखिया की हत्या पंचायत चुनाव के दौरान जीत-हार की रंजिश के कारण की गई. सुपारी लेकर घटना को अंजाम दिया गया है. मुख्य आरोपी समेत तीन की गिरफ्तारी हो गई है. जबकि दो अन्य व्यक्ति की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है. उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. एसपी लिपि सिंह ने स्पष्ट तौर पर ये भी बताई की मुख्य रूप से यह घटना चुनावी रंजिश ही था, जिस कारण मुखिया की हत्या की गई.