ADMINISTRATIONBIHARBreaking NewsDELHIEDUCATIONHealth & WellnessNationalPolitics

कोरोना निगेटिव रिपोर्ट के बाद भी 10 दिनों तक रहना होगा क्वारैंटाइन, बिहार सरकार का हाई अलर्ट जारी

इंटरनेशनल पैसेंजर्स को लेकर बिहार में हाई अलर्ट, कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के बाद भी 10 दिनों तक रहना होगा क्वारैंटाइन : इंटरनेशनल पैसेंजर्स को लेकर देश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग व मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण के निर्देश के बाद बिहार में भी अलर्ट कर दिया गया है।

Sponsored

मुख्य सचिव को भेजे गए दिशा निर्देश में सचिव राजेश भूषण ने इंटरनेशनल यात्रियों को लेकर चौकसी बढ़ाने को कहा है। अब विदेश से आने वालों को कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव होने के बाद भी 10 दिनों तक क्वारैंटाइन होना पड़ेगा।

Sponsored

रेलवे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट पर जांच को लेकर सख्ती बढ़ाने का आदेश दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि विदेश से आने वालों का सर्च ऑपरेशन तेज किया जाए और जांच में सख्ती की जाए। पटना एयरपोर्ट पर जांच में जुटी एजेंसी को पटना एयरपोर्ट अथॉरिटी से मिलकर जांच और तेज करने को कहा गया है। जांच में कोई भी यात्री नहीं छुटे इसे लेकर आदेश दिया गया है। इसमें अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कड़ी निगरानी का आदेश दिया गया।

Sponsored

चूक हुई तो कोरोना का खतरा बढ़ेगा

Sponsored

भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग व मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा है, ‘इंटरनेशनल यात्रियों की निगरानी में कहीं से कोई चूक नहीं होनी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से विशेष रूप से जोखिम है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से कनेक्ट होकर आने वाले यात्रियों की पिछली यात्रा का पूरा विवरण लिया जाए।’ इसकी समीक्षा करने काे कहा गया है। विदेश से आने वाले यात्रियों की जांच और उनका सर्च ऑपरेशन भी समीक्षा के दायरे में होगा। मंत्रालय द्वारा प्रदान किए गए प्रोटोकॉल को कड़ाई से पालन करने को कहा गया है।

Sponsored

बाहर से आए यात्रियों के पॉजिटिव आने पर अलर्ट

Sponsored

 

विदेश यात्रा से आए यात्रियों की जांच के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर अलर्ट किया जाना है और नमूना जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए तत्काल INSACOG लैब्स को भेजना है। नया वैरिएंट तेजी से फैलता है, इस कारण से पूरी तरह से अलर्ट मोड पर काम करना है।

Sponsored

भूषण ने कहा है, ‘यह देखा गया है कि कुछ राज्यों में समग्र परीक्षण के साथ-साथ RT-PCR परीक्षणों के अनुपात में गिरावट आई है। पर्याप्त परीक्षण के अभाव में, संक्रमण फैलने के सही स्तर को निर्धारित करना बेहद मुश्किल है। राज्यों को परीक्षण के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना चाहिए और परीक्षण दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू करना चाहिए।’ राज्यों को प्रारंभिक पहचान में सहायता के लिए परीक्षणों की संख्या और RT-PCR परीक्षणों की हिस्सेदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए 5% से नीचे पॉजिटिव दर प्राप्त करने का लक्ष्य रखने को कहा गया है

Sponsored

Sponsored

विदेश यात्रा से आए यात्रियों की जांच के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर अलर्ट किया जाना है और नमूना जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए तत्काल INSACOG लैब्स को भेजना है। नया वैरिएंट तेजी से फैलता है, इस कारण से पूरी तरह से अलर्ट मोड पर काम करना है।

Sponsored

भूषण ने कहा है, ‘यह देखा गया है कि कुछ राज्यों में समग्र परीक्षण के साथ-साथ RT-PCR परीक्षणों के अनुपात में गिरावट आई है। पर्याप्त परीक्षण के अभाव में, संक्रमण फैलने के सही स्तर को निर्धारित करना बेहद मुश्किल है। राज्यों को परीक्षण के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना चाहिए और परीक्षण दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू करना चाहिए।’ राज्यों को प्रारंभिक पहचान में सहायता के लिए परीक्षणों की संख्या और RT-PCR परीक्षणों की हिस्सेदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए 5% से नीचे पॉजिटिव दर प्राप्त करने का लक्ष्य रखने को कहा गया है।

Sponsored

राज्यों को दिया गया निर्देश

Sponsored

सचिव भूषण ने राज्यों से कहा है कि वे सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली वित्तीय सहायता का बेहतर उपयोग करें। जीनोम सिक्वेंसिंग पर काम किया जाए। देश में निगरानी के लिए INSACOG की स्थापना की गई है। इस समय यह महत्वपूर्ण है कि राज्यों को नीति के अनुसार इन नमूनों को INSACOG लैब नेटवर्क पर भेजकर जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। राज्य द्वारा नियमित प्रेस ब्रीफिंग की जाए।

Sponsored

Comment here