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कर्नाटक में Hijab पर बवाल तेज, शिक्षण संस्थानों के आसपास धारा 144 लागू, लालू बोले- गृह युद्ध की ओर जा रहा देश

कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद पर अब लालू प्रसाद यादव का बयान आया है. लालू प्रसाद यादव ने कहा कि देश गृह युद्ध की तरफ बढ़ रहा है. इससे पहले प्रियंका गांधी,असदद्दुीन ओवैसी समेत कई राजनेता इसपर प्रतिक्रिया दे चुके हैं. अलग-अलग प्रदेश के राजनेता इस मसले पर बंटे हुए नजर आ रहे हैं.बता दें कि कर्नाटक के स्कूल-कॉलेजों में धार्मिक लिबास हिजाब पर रोक के आदेश के बाद बवाल मचा हुआ है. विवाद कर्नाटक और वहां के स्कूलों-कॉलेजों से होते हुए देश के बाकी हिस्सों में पहुंच गया है.

इसपर अब विभिन्न पार्टियों के राजनेता भी आमने-सामने हैं. दिल्ली-मुंबई में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.बेंगलुरु में 144 लागूबेंगलुरु में शिक्षण संस्थानों के आसपास धारा 144 लागू कर दी गई है. आदेश दिया गया है कि अगले दो हफ्ते तक शिक्षण संस्थानों के आसपास 200 मीटर तक कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया जा सकता.इस बीच प्रियंका गांधी,असदद्दुीन ओवैसी, मोहसिन रजा, केशव मौर्य, वीके सिंह आदि नेताओं का इसपर बयान भी आया है. हिजाब को लेकर प्रियंका गांधी मुस्लिम लड़कियों के समर्थन में आई हैं. ओवैसी ने कहा कि इस मुद्दे से नफरत फैलाई जा रही है. वहीं बीजेपी ने कानून और ड्रेस कोड का हवाला देकर हिजाब को गलत बताया है.

क्या है हिजाब विवाद

हाल ही में कर्नाटक सरकार ने राज्य में Karnataka Education Act-1983 की धारा 133 लागू कर दी है. इस वजह से अब सभी स्कूल-कॉलेज में यूनिफॉर्म को अनिवार्य कर दिया गया है. इसके तहत सरकारी स्कूल और कॉलेज में तो तय यूनिफॉर्म पहनी ही जाएगी, प्राइवेट स्कूल भी अपनी खुद की एक यूनिफॉर्म चुन सकते हैं. बता दें कि ये विवाद पिछले महीने जनवरी में तब शुरू हुआ था, जब उडुपी के एक सरकारी कॉलेज में 6 छात्राओं ने हिजाब पहनकर कॉलेज में एंट्री ली थी.विवाद इस बात को लेकर था कि कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मना किया था, लेकिन वे फिर भी पहनकर आ गई थीं. उस विवाद के बाद से ही दूसरे कॉलेजों में भी हिजाब को लेकर बवाल शुरू हो गया.हैदराबाद में हुआ विरोध प्रदर्शन, पुदुचेरी में भी विवाद

हैदराबाद के मल्लेपल्ली इलाके में बुधवार को एक कॉलेज के छात्रों ने ‘हिजाब’ के समर्थन में धरना प्रदर्शन किया और इंकलाब, जिंदाबाद, नारे तकबीर और अल्लाह हु अकबर के नारे लगाए. प्रदर्शन करते हुए उन्होंने पैदल मार्च भी किया. कर्नाटक का हिजाब विवाद पुदुचेरी भी पहुंच गया है. यहां एक स्कूल में छात्रा को स्कार्फ पहनने से मना करने के बाद कुछ संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस ने मामला शांत कराया. फिलहाल, स्कूल शिक्षा निदेशालय ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं.इस विवाद की धमक मध्‍य प्रदेश में भी सुनाई दी है. वहां सरकार के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि हिजाब ड्रेस का हिस्सा नहीं है, इसलिए इस पर प्रतिबंध होना चाहिए. यह मामला लोकसभा में भी उठाया जा चुका है. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि कर्नाटक सरकार को इसपर जवाब देना चाहिए.कर्नाटक में स्कूल बंदबता दें कि मुस्लिम छात्राएं हिजाब पर रोक का विरोध कर रही हैं तो कई हिंदू छात्र-छात्राएं भगवा गमछा और दुपट्टा डालकर कैंपस में नारेबाजी कर रहे हैं. मंगलवार को हालात ज्यादा बिगड़ गए थे, जिसको देखते हुए कर्नाटक सरकार ने 3 दिनों के लिए स्कूल कॉलेज बंद कर दिए हैं.

हिजाब के विरोध में कौन?

सबसे पहले बात शुरू करते हैं कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई के बयान से. उन्होंने साफ कर दिया है कि छात्राएं बाहर जो चाहे पहनें, लेकिन स्कूल मे ड्रेस कोड में ही आना होगा. वहीं यूपी सरकार में मंत्री और बीजेपी के नेता मोहसिन रजा का कहना है कि हिजाब पर जो चर्चा कर रहे हैं वे ‘बेहिजाब’ लोग हें.वहीं एक्ट्रेस और बीजेपी नेता खुशबू सुंदर का कहना है कि शिक्षा के संस्थान धर्म की नुमाइश का अड्डा नहीं हैं. दूसरी तरफ बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि गजवा ए हिंद की मानसिकता की वजह से यह नफरत फैल रही है.यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का भी इसपर बयान आया है. वह बोले कि इस तरह के विवाद जानबूझकर कांग्रेस पार्टी द्वारा पोषक पाने वाले तत्वों के द्वारा खड़े किए जाते हैं. वह बोले कि मामला ड्रेस कोड को फॉलो करने वाला है, बाहर कुछ भी कोई पहने इसपर विवाद ही नहीं है.हिजाब के सपोर्ट में मलाला, उमर अब्दुल्लाहिजाब विवाद पर प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है कि महिलाएं चाहें बिकनी पहनें, घूंघटे करें या हिजाब पहनें, यह पूरी तरह से उनकी मर्जी है.

वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी हिजाब मसले पर अपनी राय रखी है. उन्होंने कहा कि किसी को ये नहीं कह सकते हैं कि क्या खाना है और क्या पहनना है. उन्होंने केरल हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के तीन-चार जजमेंट की बात करते हुए कहा कि एक लड़की कई सालों से हिजाब पहन रही है, अचानक आपको इसपर रोक लगाने का ख्याल कैसे आ गया? अचानक नोटिफिकेशन कैसे जारी हो गया?मलाला युसुफजई ने भी हिजाब विवाद पर ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि भारत में मुस्लिम महिलाओं के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए. जम्मू के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस विवाद पर कहा कि मुसलमानों के लिए नफरत भारत में बहुत सामान्य बात हो गई है.

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