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एक करोड़ में बिका डेढ़ लाख का बालू, बोली के दौरन दिखा मूंछों की ल’ड़ाई, बिहार सरकार मालामाल

PATNA- डेढ़ लाख के बालू की नीलामी में हुई मूंछों की लड़ाई, सारण का ये वाकया याद दिलाएगा फिल्‍मी सीन, एक लाख 59 हजार का बालू बिका सवा करोड़ में : फिल्‍मों में नीलामी का प्रसंग दिखता है। उसमें इज्‍जत और प्रतिष्‍ठा के लिए अभिनेता पूरी ताकत लगा देते हैं। सारण में पिछले दिनों हुई जब्‍त बालू की नीलामी में भी कुछ ऐसा ही दिखा। नतीजा हुआ कि महज डेढ़ लाख का बालू करीब डेढ़ करोड़ में बिका। इसकी चर्चा हो रही है। करीब 3883 सीएफटी बालू की इतनी कीमत देख अफसर भी हैरान रह गए।

हुआ यूं कि जिला प्रशासन ने सड़क किनारे एवं घाट से जब्त बालू की निलामी समाहरणालय सभागार में कराई।मानुपुर एनएच 19 पर अवैध रूप से भंडारित 3882 सीएफटी बालू की कीमत खनन विभाग ने एक लाख 59 हजार एक सौ 62 रुपये रखी थी। इसे लेने के लिए पांच लोगों ने निविदा डाला था। बोली लगनी शुरू हुई तो यह बढ़ते – बढ़ते लाख से करोड़ तक पहुंच गई। खनन विभाग से लेकर प्रशासनिक पदाधिकारियों तक को भी यह समझ में नहीं आ रहा था कि इस बालू की कीमत इतनी ज्यादा क्यों बढ़ गई। अत में सबसे ज्‍यादा बोली लगाने वाले भोलू भुवराज इंटरप्राइजेज को एक करोड़ 20 लाख में बालू दिया गया। एनएच 19 पर अवैध रूप से भंडारित 3882 सीएफटी लाल बालू करीब 35 – 36 ट्रैक्टर ही है। इस मामले को लेकर एक ओर खनन विभाग राजस्व में अप्रत्याशित वृद्धि होने पर अपनी पीठ थपथपा रहा हैा। यह चर्चा हो रहाौ कि इतनी कीमत में बालू की बोली लगाने की पीछा मंशा क्या है।

विरूद्ध चार स्थलों पर रखे जब्त बालू का हुआ डाक
जिला प्रशासन ने विभिन्न स्थलों पर भंडारित जब्त बालू की खुले डाक के माध्यम से नीलामी के लिए 17 घाटों की निविदा प्रकाशित की थी। सिर्फ चार स्थलों के बालू के लिए आवेदन प्राप्त हुआ था। उसमें मानूपुर का बालू रिकार्ड तोड़ गया। इसी तरह टोल प्लाजा, बोधा छपरा, एच.एच-19 पर अवस्थित भंडारित जब्त बालू प्रो. साहेब, साहेब कन्स्ट्रक्शन ने 56 लाख रुपये की बोली लगाकर हासिल किया। आमी उच्च विद्यालय (सरकारी भवन) के सामने भंडारित बालू के लिए उच्चतम डाक प्रो.साहेब, साहेब कन्स्ट्रक्शन ने सात लाख 30 हजार रुपये की बोली लगाई। तीनों डाक की कुल बोली से एक करोड 63 लाख 50 हजार रूपये राजस्व की प्राप्ति हुई।

इतनी बड़ी बोली तो नहीं लगती
जिला खनन पदाधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि मानुपुर एनएच 19 पर अवैध रूप से भंडारित 3882 सीएफटी बालू की सुरक्षित राशि 01 लाख 59 हजार 162 रुपये रखी गई थी। नीलामी के दौरान इसकी कीमत निविदकर्ताओं ने एक करोड़ 20 लाख कर दिया। इतनी ज्यादा बोली कभी नहीं लगती है। इससे सररकार के राजस्व में फायदा हुआ है। पांच निविदा कर्ता थे। इतनी ज्यादा में बोली क्यों लगी यह तो बाेली लगाने वाले ही बता सकते है। ‘