अपनों की बगावत का सामना कर रहे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार देर रात अपने पद और विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इससे चंद मिनट पहले सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा में बहुमत साबित करने के राज्यपाल के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।
फेसबुक लाइव के जरिये जनता को संबोधित करते हुए उद्धव ने कहा कि मैं दिल से बात कर रहा हूं। चाय वाले, फेरी वाले और रेहड़ी वालों को भी शिवसेना ने अपने साथ जोड़ा और आगे बढ़ाया। अब वो बड़े होकर उन्हीं को भूल गए और हमें धोखा दिया।
इससे पहले सुबह राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उद्धव ठाकरे से गुरुवार को सदन में बहुमत साबित करने को कहा था, जिसके खिलाफ शिवसेना सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई और शक्ति परीक्षण टालने की मांग की। शाम को करीब सवा तीन घंटे की सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा, हम राज्यपाल के शक्ति परीक्षण के निर्देश पर रोक नहीं लगा रहे हैं। उधर, बागी विधायक देर रात गुवाहाटी से गोवा पहुंच गए। भाजपा नेताओं की देवेंद्र फडणवीस के घर बैठक हुई। देर रात उद्धव ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया।