PATNA– इंजीनियर बोले- खाली बाेतल ही ताे मिली, पीते तो नहीं पकड़ाया, नशे में कर्मचारी की गिरफ्तारी के बावजूद तर्क : बिहार म्यूजियम के पीछे स्थित भवन निर्माण के केंद्रीय प्रमंडल के दफ्तर से शराब की 31 खाली बोतलें बरामद हाेने के मामले में पुलिस की जांच जारी है। वहां के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर संजीत कुमार यह मानने को तैयार नहीं हैं कि उनके दफ्तर में शराब पार्टी होती है। पूछने पर उन्हाेंने कहा कि हमारा कोई कर्मी शराब पीते या नशे में नहीं पकड़ाया। खाली बोतल ही तो मिली है।
तो हम कैसे मान लें कि यहां के लोगों ने ही शराब का सेवन किया है? यहां बहुत से लोगों का आना-जाना लगा रहता है, किसी ने रख दी होगी। दफ्तर में बुधवार की रात मद्य निषेध, एंटी लिकर टास्क फोर्स और कोतवाली पुलिस की टीम ने छापेमारी की थी। इस दाैरान प्रधान लिपिक के कक्ष की आलमारी के पीछे से तीन, पत्राचार शाखा से पांच और वहां की झाड़ी से 23 खाली बोतलें बरामद की गई थीं।
प्रधान लिपिक के कक्ष में तीन, पत्राचार शाखा में 15 कर्मी
प्रधान लिपिक के कक्ष में तीन कर्मी बैठकर काम करते हैं। उसी कक्ष की आलमारी के पीछे से तीन खाली बोतलें मिली हैं। पत्राचार शाखा में करीब 15 कर्मी काम करते हैं। वहां पांच खाली बोतलें मिली हैं। इसके बाद भी अधिकारी मानने को तैयार नहीं हैं कि वहां कोई शराब पीता है।
नशे में कर्मचारी की गिरफ्तारी के बावजूद तर्क
विभाग और स्थानीय थाने की टीम पहुंची जांच करने : शुक्रवार को मामले की जांच के लिए भवन निर्माण विभाग की टीम भी केंद्रीय प्रमंडल के दफ्तर पहुंची। वहां के कर्मियों से पूछताछ की गई। कोतवाली पुलिस ने भी जांच-पड़ताल की। पुलिस ने कार्यपालक अभियंता से सभी कर्मियों का नाम, पता और मोबाइल नंबर मांगा है। बुधवार की रात छापेमारी के दाैरान पुलिस ने वहां से शराब के नशे में बबलू महतो को गिरफ्तार किया था। वह दफ्तर के पास ही रहता है।
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पहले से थी सूचना तो रात में छापेमारी क्याें : भवन निर्माण का दफ्तर शाम पांच बजे तक खुलता है। सूत्रों की मानें तो वहां शराब पार्टी होने की सूचना मद्य निषेध विभाग को मिली थी। टीम ने रात साढ़े नौ बजे छापेमारी की और वहां कोई नहीं मिला। सवाल है कि जब दफ्तर में शराब पार्टी होने की सूचना थी तो टीम ने रात में छापेमारी क्यों की? शाम के वक्त छापेमारी क्यों नहीं की गई?