8 लाख रुपए रिश्वत लेते एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अरेस्ट:बिल क्लियरेंस के नाम पर मांगा था घूस, सोफा के अंदर से करीब एक लाख रुपए मिले। लिफाफा में रखा हुआ था। सिपाही ने खोजा : पटना में मंगलवार सुबह निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने रिश्वतखोर एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को रंगेहाथ पकड़ लिया। वह बिल क्लियर करने के नाम पर 8 लाख रुपए का घूस ले रहे थे। सुबह 10 बजे के करीब यह कार्रवाई की गई।
गिरफ्तार एग्जीक्यूटिव इंजीनियर का नाम राजेश कुमार है। वे भवन निर्माण विभाग में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर हैं और वर्तमान में इनकी पोस्टिंग पटना हाई कोर्ट में है। कंकड़बाग के नूतन टावर में इनके 2 फ्लैट हैं। पहले फ्लोर पर 109 और 4th फ्लोर पर 410 नं. इनका फ्लैट है। यहीं से इन्हें एक ठेकेदार से 8 लाख रुपए का घूस लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया। दरअसल, इनके खिलाफ निगरानी मुख्यालय में एक ठेकेदार ने रिटेन कंप्लेन की थी।

ठेकेदार ने आरोप लगाया था, ‘ठेके पर सरकारी काम पूरा करने के बाद भी बिल क्लियर नहीं हो रहा था। इसके लिए एग्जीक्यूटिव इंजीनियर रिश्वत मांग रहे हैं।’ इसके बाद निगरानी मुख्यालय ने DSP सुरेंद्र कुमार महुआर को जांच कर कार्रवाई करने की जिम्मेदारी सौंपी गई।
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इंटरनल तरीके से इंजीनियर के बारे में पड़ताल की गई। तब उनके काले कारनामों और भ्रष्टाचार में लिप्त होने की पुख्ता जानकारी मिली। इन्हें ट्रैप करने के लिए निगरानी की टीम ने जाल बिछाया और मछली की तरह उस जाल में राजेश कुमार फंस भी गए। इन्हें घूस लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया। निगरानी की टीम इनके फ्लैट को खंगाल रही है। अब तक इनके फ्लैट से काफी ज्वेलरी और बहुत कुछ मिला है। दोपहर बाद इस मामले में बड़ा अपडेट सामने आने की संभावना है।