बिहार में नई सरकार बनाने के बाद से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार विभिन्न विभागों की समीक्षा कर रहे हैं. इस दौरान सीएम के पास जब एक ही विभाग की शिकायतें लगातार पहुंची तो वो भी हैरान रह गए. फिर क्या था, सीएम ने आनन-फानन में अधिकारियों की क्लास लगाई साथ ही एक वरीय अधिकारी को तुरंत मामले में संज्ञान लेने का आदेश जारी किया. दरअसल सीएम नीतीश कुमार जनता दरबार में लोगों की शिकायतें सुन रहे थे.
सीएम के पास समाज कल्याण विभाग की सबसे अधिक शिकायतें आईं. एक ही विभाग से लगातार शिकायतें मिलने पर सीएम नीतीश बिफर गये. दरअसल,आंगनबाड़ी सेविका बहाली में गड़बड़ी की 10 से अधिक शिकायत सीएम नीतीश के पास पहुंची तो नीतीश कुमार भी चौंक गये. मुख्यमंत्री ने तुरंत बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को तलब किया, साथ ही मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव व अन्य अधिकारियों को बुलाया. सीएम ने पूछा कि यह क्या हो रहा है, इतनी अधिक शिकायत सेविका बहाली को लेकर क्यों आ रहा,आप लोगों को तुरंत देखना चाहिए. मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव से कहा कि आप मामले की समीक्षा करें.विज्ञापन
जनता के दरबार में कोरोना से मौत के बाद राशि नहीं मिलने की भी शिकायतें बांका और भागलपुर जिला से आई. मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुये स्वास्थ्य विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. मुजफ्फरपुर जिला से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि अनुसूचित जाति की जगह आंगनबाड़ी में अतिपिछड़ा समुदाय से बहाली कर दी गई है. इस बात की सूचना अधिकारियों को दी गई, परंतु किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई. मुख्यमंत्री ने समाज कल्याण विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
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पटना जिला के पंडारक से आये एक व्यक्ति ने बच्चा के हृदय का ऑपरेशन कराने के लिये आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग की. मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.