सुपरकॉप के नाम से मशहूर तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे के नाम से ही अपराधी खौफ खाते हैं। ऐसे में उनकी हर एक्टिविटी पर लोगों की नजर रहती है। चाहे वह सासाराम में गोलियों की बौछार के बीच क्रशर नष्ट करने का मामला हो या फिर पटना की सड़कों पर घूंघट ओढ़ एक पुलिसकर्मी को गिरफ्तार करने का वाकया हो, ये सभी घटनाएं लोग आज भी सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं।
इन्हीं में से एक तस्वीर लहररियाकट मोटरसाइकिल सवार के आगे खड़े होकर रोकने की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया में खूब वायरल होती रहती है। ऐसी घटनाओं के बारे में लोग जानना-समझना चाहते हैं कि आखिर वहां वास्तविक तौर पर क्या घटित हुआ था? लोगों की ऐसी ही जिज्ञासा व उत्सुकता को देखते हुए शिवदीप लांडे ने अपना यू ट्यूब चैनल खोल लिया है। अब उन्होंने अपने पुलिस सेवा काल की ऐसी ही घटनाओं को शेयर करने की घोषणा की है जो लोग जानना-समझना चाहते हैं।
सोशल मीडिया पर की घोषणा
शिवदीप लांडे ने 16 फरवरी को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर इस बात की घोषणा करते हुए लिखा:
सोशल मीडिया पर ये तश्वीर लगातार वायरल होती है। सब जानना चाहते थे कि कब की है और क्या हुआ था? चलिए आज जानते हैं…आज से मैंने अपने YouTube चैनल पर ‘आप की कहानी, शिवदीप की ज़ुबानी’ सीरीज शुरू कि है। ऐसी ही कुछ कहानियों को आपसे साझा करता रहूंगा।
अपराधियों पर कहर बनकर टूटे शिवदीप लांडे
आपको बता दें कि शिवदीप लांडे का पूरा नाम शिवदीप वामन राव लांडे है और वे महाराष्ट्र के मूल निवासी हैं। बिहार कैडर के आईपीएस शिवदीप वामनराव लांडे 2006 बैच के आईपीएस अफसर हैं।
माफियाओं, बदमाशों, मनचलों के लिए पुलिस प्रशासन की हनक क्या होती है, यह शिवदीप लांडे ने कई बार साबित किया है। कहा जाता है कि बिहार की राजधानी पटना में जब शिवदीप लांडे की पोस्टिंग हुई तो वो अपराधियों और गैरकानूनी काम करने वालों पर कहर बनकर टूटे।
लोग इन्हें ‘सुपरकॉप’ और ‘सिंघम’ पुकारते है
इन्होंने अपने एक्शन से बिहार लोगों के जेहन में विशेष छाप छोड़ी है। यही वजह है कि कई लोग इन्हें ‘सुपरकॉप’ तो कई ‘सिंघम’ और ‘दबंग’ कहते हैं। बीते दिसंबर माह में महाराष्ट्र में पांच साल के डेपुटेशन ड्यूटी के बाद वापस बिहार (Bihar) लौटने के बाद इन्हें कोसी प्रक्षेत्र का डीआईजी बनाया गया है।
सम्बंधित ख़बरें
अपराधियों की शामत लाने वाले इस वर्दीधारी को बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है। पटना समेत बिहार के अन्य जिलों में रहते हुए उसके कारनामे बड़े मशहूर हुए। लगभग दस महीने की सेवा में ही उन्होंने नकली कॉस्मेटिक उत्पाद विक्रेताओं सहित बड़े-बड़े दवा-माफियाओं के कारनामे उजागर किए।
आप भी देखे वीडियो
इससे पहले सहरसा जिले में डॉक्टरों के लिए आतंक बन चुके संतोष यादव को शिवदीप लांडे के नेतृत्व वाले एसटीएफ ने धर दबोचा था और यह उनकी बड़ी उपलब्धियों में से एक है। कभी वे दुपट्टा ओढ़ कर आरोपी को पकड़ लेते तो कभी बिना हेलमेट बाइक चला रहे लोगों की मोटरसाइकिल के सामने निडरता से खड़े हो जाते।
सोशल मीडिया पर किये गए अपने पोस्ट में शिवदीप लांडे ने अपने यू ट्यूब चैनल का लिंक शेयर किया है। इसमें पटना में लहरियाकट बाइकर्स के खिलाफ चलाए गए अभियान के बारे में पूरे विस्तार से बताया है कि आखिर उन्होंने ये अभियान क्यों चलाया? यह वीडियो आप भी देखिये।