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अग्निपथ हिंसा: 11 रुपये फीस, वेद-कुरान का ज्ञान, जानिए कौन हैं पटना के गुरु रहमान

केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ सबसे ज्यादा हिंसक प्रदर्शन बिहार में हुआ और प्रदर्शनकारियों ने कई सौ करोड़ की सरकारी संपत्ति को जलाकर खाक कर दिया.अब इस मामले में पटना के जिलाधिकारी ने कोचिंग संस्थानों की भूमिका को संदिग्ध बताया है, जिसके बाद राजधानी के बेहद चर्चित गुरु रहमान पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है और उनके कोचिंग पर छापा भी पड़ा है.

बिहार में सोशल मीडिया के जरिए गुरु रहमान लाखों छात्रों के मेंटॉर हैं. उनका कोचिंग भी चलता है और सोशल मीडिया के जरिए भी कमाई होती है. ऐसे में जब वो किसी सरकारी योजना और नौकरी के बारे में बोलते हैं, तो उसका छात्रों पर असर होता है. अग्निपथ स्कीम को लेकर बिहार में हुए उग्र प्रदर्शन की प्रशासन जांच कर रहा है. पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने अपनी जांच में कहा है कि कोचिंग संचालकों की भूमिका भी संदिग्ध है और मामले की जांच की जाएगी. डीएम ने ऐसे सात कोचिंग संचालकों को चिह्नित किया है जिसमें गुरु रहमान का नाम भी उभरकर सामने आया है. गुरु रहमान मात्र 11 रुपये की फीस लेकर छात्रों को ज्ञान देते हैं. अब ऐसे में हम आपको बताएंगे कि आखिर कौन हैं गुरु रहमान जिन पर हिंसा के लिए छात्रों को भड़काने का आरोप है.

अग्निपथ स्कीम का किया विरोध

हाल ही में गुरु रहमान का एक बयान सामने आया था. उन्होंने प्रदर्शन को लेकर कहा था कि छात्रों के प्रदर्शन पर उपद्रवी तत्वों का कब्जा हो गया है. उपद्रवियों ने ही उत्पात मचाया है. यह छात्रों के शांतिपूर्ण आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश है. उन्होंने ये भी कहा था कि सरकार छात्रों को अग्निपथ योजना के बारे में समझाने में बिल्कुल असफल है, उसके पास एक ही उपाय है कि अग्निपथ को वापस ले लिया जाए क्योंकि अग्निपथ के खिलाफ विरोध को झेल पाने की स्थिति में सरकार नहीं है.गुरु रहमान ने कहा था कि आत्मनिर्भर बनाने के नाम पर देश के युवाओं को गुमराह मत कीजिये. प्रशासन के समझाने से बच्चे मानने वाले नहीं हैं. सब बुढ़ापे तक एमपी, एमएल बने हुए हैं उनके लिये कोई नियम नहीं है. महज 11 रुपये की फीस में छात्रों को पढ़ाने वाले गुरु रहमान का नाम बिहार के हर छात्र की जुबान पर है. 41 साल के रहमान के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने सैकड़ों गरीब कन्याओं की शादी भी कराई है. वो हजारों छात्रों को कई प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल करा चुके हैं. वो कई छात्रों को पढ़ाकर आईएएस, आईपीएस और दारोगा भी बनवा चुके हैं.

गुरु रहमान को मिल चुका है बेस्ट शिक्षक का अवॉर्ड

गुरु रहमान का जन्म 10 जनवरी, 1974 को सारण जिला के बसंतपुर में हुआ था. उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा डेहरी ऑन सोन से ली थी. फिर स्नातक बीएचयू से किया. वहां उन्होंने प्राचीन इतिहास में स्नातक और पुरातत्व में मास्टर्स की डिग्री ली. उसके बाद उन्होंने छात्रों की कोचिंग लेनी शुरू कि और पटना यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाना शुरू किया. उन्हें यूजीसी की ओर से बेस्ट शिक्षक का अवॉर्ड भी मिल चुका है. गुरु रहमान ने 1997 में ऋगवेद कालीन आर्थिक और सामाजिक विषय पर शोध किया.

गुरु रहमान ने की थी लव मैरिज

गुरु रहमान ने दूसरे धर्म में शादी की थी. 1997 में अमिता नाम की लड़की से उन्होंने लव मैरिज किया था. शादी के बाद घरवालों ने उन्हें घर से निकाल दिया और उसके बाद ये अलग रहने लगे. गुरु रहमान ने अपने जीवन में आर्थिक संकटों का खूब सामना किया. उन्हें किसी से आर्थिक मदद नहीं मिलती थी.