अगर आप भी ट्रैन में यात्रा के दौरान मोबाइल फ़ोन का उपयोग करते है तो ये खबर आपके काम की है। भारतीय रेल अब रात 10 बजे के बाद ट्रेनों में मोबाइल पर जोर से बात करने व गाना सुनने पर होगी कार्रवाई। ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों की मिल रही शिकायत पर बनाए नियम लागू। रात में टिकट चेकिंग स्टाफ रेल सुरक्षा बल इलेक्ट्रीशियन आदि के लिए निर्देश जारी। अब चलती ट्रेन में रात 10 बजे के बाद यात्री को मोबाइल पर तेज आवाज में बात करने की इजाजत नहीं है। यही नहीं तेज आवाज में गाना भी नहीं सुन सकेंगे। दरअसल, ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों की अक्सर ऐसी शिकायत रहती है, कि साथ सफर करने वाले यात्री रात में जोर-जोर से बातें कर रहे थे। मोबाइल पर तेज आवाज में गाने सुन रहे थे। इसकी वजह से नींद में खलल तो पड़ता ही है, सफर भी मुश्किल होता है। अक्सर यात्रियों की मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए रेलवे ने यह कदम उठाया है।
पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ राजेश कुमार के अनुसार यात्रियों से इस तरह की अक्सर शिकायतें मिलने के कारण इसकी रोकथाम के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। यात्रियों को यात्रा के दौरान रात्रि में आपस में, मोबाइल पर तेज आवाज में बात करने या फिर गाना सुनने से बचने की सलाह दी गई है। ताकि सहयात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो सके।

रेलकर्मियों भी इसके प्रति रहेंगे सजग
उन्होंने बताया कि रात 10 बजे के बाद फोकस लाइट को छोड़कर केबिन में अन्य लाइट के प्रयोग ना करने और रात्रि 10 बजे के बाद कोच में आपस में वार्तालाप के दौरान सहयात्री को किसी प्रकार की असुविधा ना हो, इसके लिए भी यात्रियों से विशेष अनुरोध करते हुए टिकट चेकिंग स्टाफ, रेल सुरक्षा बल, इलेक्ट्रीशियन, कैटरिंग स्टाफ और मेंटेनेंस स्टाफ को भी निर्देश जारी किया गया है, कि रात्रि में कार्य निष्पादन के दौरान अनावश्यक रूप से किसी प्रकार का शोरगुल और तेज आवाज ना करने के लिए यात्रियों को जागरूक करने के लिए कहा गया है। यही नहीं रेलकर्मियों को खुद भी इसके प्रति सजग रहेंगे।
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नए नियम तत्काल प्रभाव से लागू

नए नियम को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। अब आसपास के कोई यात्री मोबाइल पर तेज आवाज में बात नहीं कर सकता और न ही तेज गाने सुन सकता है। इसकी शिकायत मिलने पर रेलवे ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि वरीय नागरिक, दिव्यांगजन और अकेली यात्रा कर रहीं महिला यात्रियों को रेलकर्मचारियों द्वारा जरूरत पडऩे पर तत्काल मदद पहुंचाई जाएगी।
इसलिए नियमों को सख्त किया गया है
लंबी दूरी के सफर में ट्रेन एक आरामदायक विकल्प माना जाता है, जहां यात्री आराम से सोते हुए अपनी यात्रा को पूरा कर सकते हैं। लेकिन ट्रेन से यात्रा कर रहे यात्रियों की नींद का मजा अक्सर तब किरकिरा हो जाता है, जब सहयात्री रात में तेज आवाज में गाने सुनें या बात करने लगें। सफर के दौरान यात्रियों को इन परेशानियों से बचाने के लिए नियमों को और सख्त किया है।