2.10 करोड़ घूसखोरी में पटना में सीबीआई छापादेश में नौ जगहों पर छापे, पटना में 1 गिरफ्तार, आपराधिक षडयंत्र रच लाभ पहुंचाने का आरोप, बोरिंग कैनाल रोड में टीम की कार्रवाई : दिल्ली सीबीआई ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए नार्थ फ्रंटियर रेलवे के डिप्टी चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर(कोचिंग) रंजीत कुमार बोराह और पटना के एक निजी फर्म के मालिक चिंतन जैन के बीच रिश्वखोरी के मामले में पटना, गुवाहाटी और नोएडा में छापेमारी की।
इस दौरान गुवाहाटी के मालीगांव में डिप्टी चीफ इंजीनियर रंजीत कुमार बोराह और चिंतन जैन के कर्मचारी नीरज कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। सीबीआई के अनुसार पटना के मेसर्स सन साइन डिवाइस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक चिंतन जैन का कर्मचारी रेलवे अधिकारी को 15 लाख रुपए की रिश्वत दे रहा था। सीबीआई ने उसी दौरान उसे धर दबोचा।

आपराधिक षडयंत्र रच लाभ पहुंचाने का आरोप
सीबीआई को गुप्त सूचना मिली थी कि वर्ष 2020-21 में रंजीत कुमार बोराह ने चिंतन जैन के साथ आपराधिक षडयंत्र रचा और कई तरह के काम में उन्हें लाभ पहुंचाया। रंजीत कुमार इसके पहले जब डिप्टी चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर(कंस्ट्रक्शन) के पद पर तैनात थे तो उन्होंने चिंतन जैन से कथित तौर पर दो बेनामी फ्लैट भी लिए। लेकिन अक्टूबर 2021 में रंजीत ने चिंतन जैन से दोनों बेनामी फ्लैटों के एवज में 2.10 करोड़ रुपए की मांग की। साथ ही जैन को भविष्य में अनुचित मदद का भी भरोसा दिलाया। फिर जैन का कर्मचारी नीरज अधिकारी को पैसा किश्तों में ट्रांसफर करने लगा।
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बोरिंग कैनाल रोड में टीम की कार्रवाई
दूसरी तरफ रिश्वतखोरी से जुड़े इस मामले में सीबीआई ने पटना के पश्चिमी बोरिंग कैनाल रोड में गांधी नगर स्थित चिंतन जैन के आवास, उनके दफ्तर, चिंतन जैन के कर्मचारी नीरज कुमार के फुलवारीशरीफ के चांदपुर बेला स्थित ठिकाने, डिप्टी चीफ इंजीनियर के गुवाहाटी के मालीगांव स्थित ठिकाने के अलावा नोएडा सहित कुल 9 ठिकानों पर छापेमारी की।