बिहार में बेकाबू कोरोना वायरस संक्रमण के बीच सबसे बड़े कोविड अस्पताल (Covid Hospital) नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल यानी एनएमसीएच (NMCH) के डॉक्टर गुरुवार की रात से हड़ताल पर चले गए हैं। इससे अस्पताल में भर्ती करीब 500 कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए संकट उत्पन्न हो गया है। अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद गुस्साए स्वजनों ने गुरुवार को तोड़फोड़ की थी।
जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि अब पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती के बाद ही वे काम पर लौटेंगे। फिलहाल अस्पताल के सीनियर डॉक्टर स्थिति को संभालने में जुटे हुए हैं। अस्पताल के अधीक्षक ने प्रशासन से अस्पताल में तीन शिफ्ट में 20-20 पुलिसकर्मियों की तैनात की मांग की है। आइए जानिए बिहार में कोरोना संक्रमण से जुड़ा हर बड़ा अपडेट…
70 हजार से अधिक हो चुकी है सक्रिय मरीजों की संख्या
बिहार में कोरोना वायरस न आम लोगाें को छोड़ रहा है और न खास लोगों को। राज्य में विधायक, विधान पार्षद और आइएएस अधिकारी भी कोरोना संक्रमण का शिकार बन चुके हैं। स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर लगातार घट रही है और संक्रमित लोगों की तादाद लगातार बढ़ रही है। कुछ हफ्ते पहले तक जहां कोरोना के 95 फीसद से अधिक मरीज स्वस्थ हो जा रहे थे, वहीं अब 100 में महज 80 लोग ही कोरोना वायरस को हरा पा रहे हैं।
राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक अब बिहार में करीब 70 हजार चिह्नित सक्रिय मरीज हैं। चिह्नित मरीज इसलिए कि इनकी ही जांच हुई है। ढेरों मरीज ऐसे हैं, जिनकी जांच नहीं हो पाई है। ज्यादातर मरीजों की जांच अभी भी एंटीजन किट से हो रही है, और सभी जानते हैं कि यह किट सही नतीजे देने में पूरी तरह सक्षम नहीं है।
पटना के कंकड़बाग में स्थित मेदांता अस्पताल में कोविड का इलाज शुरू कराने की सरकार की कोशिश अब तक कामयाब नहीं हो सकी है। इसके लिए खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहल की थी। पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने गुरुवार को इस अस्पताल का जायजा लिया। इससे पहले डीडीसी भी इस अस्पताल का जायजा ले चुके हैं।
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बिहार के रहने वाले मशहूर भोजपुरी अभिनेता-गायक और भाजपा के सांसद मनोज तिवारी भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उन्होंने खुद ही ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। मनोज तिवारी कैमूर जिले के रहने वाले हैं। वे फिलहाल दिल्ली से भाजपा के सांसद हैं। उनके संक्रमित होने की खबर से चाहने वालों में मायूसी है।
Input: JNN