बिहार के दरभंगा की रहने वाली भावना कंठ अब देश भर में जाना-पहचाना नाम है। इस वर्ष गणतंत्र दिवस की परेड में वह इंडियन एयरफोर्स की झांकी में सबसे आगे खड़ी थीं। बिहार के एक छोटे से गांव से निकली इस बेटी को पूरा देश अपने घरों में TV के जरिए देख रहा था। दरभंगा में भावना के पैतृक गांव में तो जश्न था ही, जिस बेगूसराय ने भावना को पढ़ा-लिखाकर इस काबिल बनाया, वहां भी लोग गौरवान्वित हो रहे थे।
बचपन से दौड़-भाग वाले खेलों में रुचि, पूरा हुआ सपना
भावना के पिता तेजनारायण कंठ और मां राधा कंठ के अनुसार उसकी रुचि बचपन से दौड़-भाग वाले खेलों में थी। बरौनी के DAV से स्कूल की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने बेंगलुरु से इंजीनियरिंग की डिग्री ली। इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में जॉब भी किया। फिर उन्होंने इंडियन एयरफोर्स का एग्जाम दिया। चयनित होने के बाद पायलट बनने का ऑप्शन मिला तो भावना ने तुरंत हामी भर दी। यह उनके सपने के पूरा होने के जैसा था।
महिला फाइटर पायलट्स की पहली बैच में भावना
वर्ष 2015 में ही केंद्र सरकार ने इंडियन एयरफोर्स में महिला फाइटर पायलट की नियुक्ति को मंजूरी दी थी। इसके बाद पहले ही बैच में भावना का चयन हो गया। दो चरणों की ट्रेनिंग के बाद भावना को वर्ष 2018 में पहली बार MIG-21 फाइटर प्लेन उड़ाने का मौका मिला। MIG-21 बाइसन प्लेन की सफल उड़ान के बाद वर्ष 2019 में उन्हें दो अन्य महिला पायलट (अवनी चतुर्वेदी और मोहना सिंह) के साथ इंडियन एयरफोर्स के लड़ाकू अभियानों में शामिल होने के लिए चुन लिया गया। इस तरह देश की पहली महिला फाइटर पायलट्स के बैच में भावना शामिल हो गईं। ऐसा कमाल करने वाली बिहार की पहली महिला हैं। वह अभी राजस्थान के एयरबेस पर तैनात हैं।
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input: Bhaskar