सूरत की तरह की मुजफ्फरपुर को टेक्सटाइल हब के रुप में विकसीत किया जाएगा. इसके तहत बियाडा टेक्सटाइल क्लस्टर के रूप में विकसित होगा। इसकी शुरूआत हो गई है। इसके विकास पर 120 करोड का प्रोजेक्ट बना है। आने वाले दिन में 20 हजार को रोजगार देने की योजना है।
सूरत की तरह की मुजफ्फरपुर को टेक्सटाइल हब के रुप में विकसित किया जाएगा। इसके तहत बियाडा टेक्सटाइल क्लस्टर के रूप में विकसित होगा। इसकी शुरूआत हो गई है। इसके विकास पर 120 करोड का प्रोजेक्ट बना है।
आने वाले दिन में 20 हजार को रोजगार देने की योजना है। जीविका दीदी यहां पर आकर प्रशिक्षण ले रही है। यहां पर काम करने वाली दीदीयां महीने में नौ से दस हजार तक आमदनी करेंगी।
उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौंड्रिक ने बुधवार को बियाडा परिसर में निरीक्षण के दौरान यह बातें कही। उन्होंने लेदर क्लस्टर में काम करने वाली जीविका दीदियों से संवाद किया।
प्रधान सचिव ने प्लग एंड प्ले सेंटर का किया निरीक्षण
द्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौंड्रिक ने आइडीपीएल परिसर में बन रहे प्लग एंड प्ले सेंटर का निरीक्षण कर काम के प्रगति का जायजा लिया।
आरएस कंट्रक्शन कंपनी के संचालक पंकज कुमार व प प्रोजेक्ट डायरेक्टर ई.एके रस्तोगी ने काम के प्रगति के बारे में जानकारी ली। प्रोजेक्टर डायरेक्टर ने कहा कि छह माह के अंदर यहां पर तीन शेड बनकर तैयार हो जाएगा।
उन्होंने निर्माण काम की गुणवता की सराहना करते हुए तय लक्ष्य तक पूरा करने का टास्क दिया। बियाडा के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह निर्माण में तकनीकी बाधा को दूर करते हुए पूरा सहयोग करे।
सम्बंधित ख़बरें
एक हजार जीविका दीदी को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य
बैग, बेल्ट, झोला, रेडिमेट गारर्मेंट बनाने वाली कंपनियां आ रही है. प्रधान सचिव ने कहा कि यहां पर कुछ ने अपना काम शुरू कर दिया है।
अभी 225 जीविका दीदी प्रशिक्षण ले रही है। जिला परियोजना प्रबंधक अनीषा ने बताया कि यह संख्या एक हजार तक पहले चरण में पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
प्रधान सचिव बियाडा परिसर में तीन जगह का निरीक्षण किए। इस मौके पर विभाग के निदेशक पंकज दीक्षित, विवेक रंजन मैत्रे जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक धर्मेन्द्र कुमार सिंह, बियाडा के उप महाप्रबंधक रवि रंजन प्रसाद आदि उपस्थित थे।