पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के परिसर के एक हिस्से में 21 जनवरी की दोपहर आग लग गई. आग SII के टर्मिनल-1 गेट के पास लगी है. इस गेट के अंदर की बिल्डिंग में चौथे-पांचवें फ्लोर तक लपटें उठ रही हैं. आग किस वजह से लगी और कितनी भयंकर है, इस पर अपडेट आना अभी बाकी है. लेकिन फायर ब्रिगेड की करीब 15 गाड़ियां आग बुझाने के काम में लगाई गई हैं. NDRF की एक टीम भी मौके पर पहुंच रही है.
SII में ही कोविड-19 की वैक्सीन कोविशील्ड का प्रोडक्शन हो रहा है. वही वैक्सीन, जो ऑक्सफर्ड और एस्ट्राजेनका ने मिलकर डेवलप की है. SII से ही इस वैक्सीन का प्रोडक्शन कर इसे देश-विदेश में सप्लाई किया जा रहा है. भारत में 16 जनवरी से कोविशील्ड से टीकाकरण शुरू हो चुका है.
इस बीच SII में आग लगने की ख़बर ने चिंता पैदा कर दी. लेकिन फिलहाल थोड़ी राहत भरी बात ये है कि जिस हिस्से में आग लगी है, वो वैक्सीन प्रोडक्शन और स्टोरेज की जगह से दूर है. जिस हिस्से में आग लगी है, वो SII का एक नया बना हिस्सा है, जो अभी अंडर-कंस्ट्रक्शन है. वैक्सीन का काम दूसरे हिस्से में चल रहा है. SII के CEO आदर पूनावाला ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा –
“अभी हमारा पूरा फोकस इस बात पर है कि बिल्डिंग में जो भी लोग फंसे हैं, उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला जाए. इसके बाद ही सोचेंगे कि कितना-क्या नुकसान हुआ.”
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क्या वैक्सीन का काम प्रभावित होगा?
जिस बिल्डिंग में आग लगी है, वहां से भीषण काला धुंआ निकल रहा है. आग की लपटें भी ऊंची हो रही थीं, जिस पर फायर ब्रिगेड काबू पाने की कोशिश कर रहा है. आग से कितना नुकसान हुआ इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है. फायर ब्रिगेड के कर्मचारी इस कोशिश में भी हैं कि बिल्डिंग में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके. चीफ फायर ऑफिसर प्रशांत का कहना है कि बिल्डिंग के अंदर चार लोग फंसे हैं. इनमें से तीन को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. एक को निकालने की कोशिश जारी है. इंडिया टुडे की रिपोर्टर विद्या ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट का कैंपस करीब 100 एकड़ में फैला है और ये आग कैंपस में मौजूद एक-दो बिल्डिंग में लगी है. इस नाते वैक्सीन प्रोडक्शन का काम अप्रभावित ही रहना चाहिए. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी लगातार घटना की जानकारी ले रहे हैं.