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बेटी के कारण चली गई थी बाप की विधायकी, शिल्पी नेहा ने उपचुनाव जीत कर पिता को लौटाया उनका सम्मान

PATNA- बंधु तिर्की की बेटी शिल्पी नेहा तिर्की उपचुनाव जीत गई। करीब 6 लाख रुपये अधिक होने के कारण आय से अधिक संपत्ति मामले में बंधु तिर्की की विधायकी चली गई थी। बंधु ने यह 6 लाख रुपये शिल्पी को पढ़ाने में ही खर्च किया था जिसका वह हिसाब नहीं दे पाए थे। जिस बेटी को पढ़ाने के कारण उनकी विधायकी गई आज वही बेटी विधायक बनकर अपने पिता के सम्मान को लौटाई है। शिल्पी को बधाई

पिता की जीत को शिल्पी तिर्की ने रखा बरकरार, 23 हजार से अधिक वोट से BJP प्रत्याशी को हराया
मांडर विधानसभा उपचुनाव का परिणाम आ गया है. कांग्रेस प्रत्याशी शिल्पी नेहा तिर्की ने पिता की जीत को बरकरार रखा है. शिल्पी ने बीजेपी प्रत्याशी गंगोत्री कुजूर को 23,517 हजार से वोट से पराजित किया है. शिल्पी नेहा तिर्की को 95,062 वोट मिले, जबकि बीजेपी प्रत्याशी गंगोत्री कुजूर को 71,545 वोट मिले. जबकि तीसरे स्थान पर AIMIM समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी देवकुमार धान को 22,395 वोट मिले हैं. इसके अलावा नोटा में 2,633 वोट पड़े हैं. बता दें कि पूर्व विधायक बंधु तिर्की के आय से अधिक संपत्ति मामले में विधानसभा की सदस्यता रद्द होने के बाद यह सीट खाली हुआ था.

पिता की जीत को रखा बरकरार

कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व विधायक बंधु तिर्की की बेटी शिल्पी नेहा तिर्की ने पिता के जीत को बरकरार रखा. वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में झारखंड विकास मोर्चा के प्रत्याशी रहे बंधु तिर्की ने बीजेपी के प्रत्याशी देवकुमार धान को पटखनी दी थी. लेकिन, JVM के बीजेपी में विलय होने पर बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हुए. लेकिन, आय से अधिक संपत्ति मामले में दोष सिद्ध होने पर विधानसभा की सदस्यता खत्म हो गयी थी. इसके बाद खाली सीट में गत 23 जून, 2022 को वोटिंग हुई. इस चुनाव में बंधु तिर्की अपनी बेटी को कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतारा.

पिता से अधिक वोट लायी शिल्पी

शिल्पी नेहा तिर्की पिता बंधु तिर्की से अधिक वोट लायी है. शिल्पी को 95,062 वोट मिले हैं, जबकि बंधु तिर्की को वर्ष 2019 चुनाव में 92,491 वोट मिले थे. इस तरह से शिल्पी अपने पिता से 2571 वोट अधिक लायी है.

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