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रेलवे का नया काम, छोटे बच्चों के लिए लांच हुआ ‘बेबी बर्थ’, सफर करना होगा आसान

भारतीय रेलवे ने शिशुओं के लिए ‘बेबी बर्थ’ लॉन्च किया : भारतीय रेलवे ने 8 फरवरी को मदर्स डे पर ट्रेनों में एक अलग ‘बेबी बर्थ’ (नवजात बच्चों के लिए सीटें) की शुरुआत की, जहां शिशु अब अपनी मां के साथ सो सकेंगे। महिलाओं के लिए पहले से आरक्षित निचली बर्थ को बेबी बर्थ के बगल में रखा गया है ताकि छोटे बच्चे बिना किसी असुविधा के अपनी मां के साथ यात्रा कर सकें। फिलहाल कुछ ट्रेनों में छोटे बच्चों के लिए बने ये नए बर्थ ट्रायल के तौर पर लगाए गए हैं।

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली लखनऊ मेल में दो बर्थ जोड़ी गई हैं. शिशुओं के लिए निर्धारित सीट के लिए रेलवे कोई अतिरिक्त किराया नहीं लेगा। रेलवे ने ट्वीट करते हुए कहा कि इस नई सुविधा को शुरू करने के बाद दूध पिलाने वाले शिशु के साथ यात्रा करने वाली महिलाएं सहज महसूस करेंगी। रेलवे ने एक ट्वीट में ‘बेबी बर्थ’ की फोटो भी शेयर करते हुए कहा है कि लखनऊ मेल के थ्री टियर एसी कोच में दो बर्थ के साथ एक बेबी बर्थ भी लगाया गया है।

जल्द ही, बेबी बर्थ सुविधा को अन्य ट्रेनों में भी विस्तारित किया जाएगा। रेलवे द्वारा अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं, गर्भवती महिलाओं और पांच साल से कम उम्र के बच्चों के साथ यात्रा करने वाली महिलाओं को लोअर बर्थ उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।

ट्रेन की आरक्षित बर्थों की चौड़ाई कम है जिससे महिलाओं का छोटे बच्चों के साथ सफर करना मुश्किल हो जाता है. इसलिए महिलाओं के लिए आरक्षित निचली बर्थ वाले बच्चों के लिए सीट शामिल करने की व्यवस्था की गई है। रेलवे ने इस बात का पूरा ख्याल रखा है कि बच्चा ट्रेन की सीट से भी न गिरे। आरक्षण टिकट की बुकिंग के समय पांच साल से कम उम्र के बच्चों का नाम अनिवार्य रूप से भरना होगा और महिलाओं को एक बेबी बर्थ उपलब्ध कराया जाएगा।

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