अब बिहार में बड़े शहरों के बाद छोटे शहरों का भी ज्योग्राफी इन्फार्मेशन सिस्टम (जीआइएस) के आधार पर नक्शा तैयार किया जाएगा। शहरों के प्रोपर्टी का सर्वे भी होगा। इसके लिए सरकार ने 85 शहरी निकायों का चयन किया है और उन्हें नौ वर्गों में बांटा है। एरिया वाइज डिवाइड की गई हर कैटगरी में सात से 11 शहर हैं। एनसी का चयन करने के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग ने टेंडर भी जारी कर दिया है। चयनित एजेंसी को एक से डेढ़ साल के भीतर पूरा करने का टारगेट दिया गया है। एजेंसी चयन को लेकर आवेदन आमंत्रित की अंतिम तारीख 24 अप्रैल है।
मिली जानकारी के मुताबिक, प्रथम फेज में चुने गए सूबे के 29 मुख्य शहरों की जीआइएस मैपिंग का काम पूर्ण कर लिया गया है, वहीं बाकी के 8 शहरों में जल्द ही यह काम पूर्ण हो जाएगा। जिन 29 शहरों में जीआइएस मैपिंग का काम पूरा चुका है, उनके 15 शहरों के प्रोपर्टी सर्वे का काम भी अंतिम दौर में है। प्रोपर्टी सर्वे हो जाने से शहरी निकायों में इमारतों का आंकड़ा तैयार हो सकेगा।
सरकार ने पहले ग्रुप में राज्य के खड़गपुर, इस्लामपुर, सिलाव, हिसुआ, खुसरूपुर, अमरपुर, हवेली, वारसलीगंज, बरबीघा, झाझा को रखा है। दूसरे ग्रुप में बखरी, बलिया, रोसड़ा, दलसिंह सराय, मनिहारी, बरसोई, गोगरी जमालपुर, बहादुरगंज, ठाकुरगंज शामिल है। तीसरे ग्रुप में जनकरपुर रोड, बेलसंड, बेनीपुर, मधुबनी, जयनगर, झंझारपुर, घोघरडिहा, शिवहर, सुरसंड, डुमरा शामिल है।
चौथे ग्रुप में मधेपुरा, मुरलीगंज, कसबा, बनमनखी, सुपौल, वीरपुर, निर्मली, सिमरी बख्तियारपुर, अररिया, फारबिसगंज, जोगबनी है। पांचवें ग्रुप में रामनगर, रक्सौल, ढाका, पकड़ीदयाल, बगहा, नरकटियागंज, चनपटिया को रखा गया है। छठे ग्रुप में कोथ, पीरो, बिहिया, जगदीशपुर, मोहनिया, बिक्रम, नौबतपुर, शाहरपुर, बिक्रमगंज, कोईलवर, कोचस शामिल है।
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सातवें ग्रुप में टेकारी, रफीगंज, शेरघाटी, नोखा, नासरीगंज, दाउदनगर, नबीनगर, मखदुमपुर है। वहीं आठवें समूह में गोपालगंज, मैरवा, एकमा बाजार, परसा बाजार, मीरगंज, बिरौली, कटैया, मढ़ौरा, साहेबगंज, केसरिया, महाराजगंज का नाम शामिल है। जबकि नौंवे ग्रुप में महुआ, लालगंज, कांटी, बरगैनिया, मोतीपुर, चकिया, सुगौली, अरेराज, मेहषी है।