बिहार विधानसभा चुनाव के इतिहास में बहुत कम बार ऐसा हुआ होगा जब नामांकन करने पहुंचे उम्मीदवार को पुलिस ने निर्वाचन कार्यालय के बाहर से गिरफ्तार कर लिया. जन तांत्रिक विकास पार्टी के प्रत्याशी कुमुद पटेल को पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार किया जब वो अपने नामांकन का पर्चा भरने के लिए जिलाधिकारी के दफ्तर जा रहे थे.
कुमुद पटेल की गिरफ्तारी से जिले का राजनीतिक माहौल गरमा गया. पुलिस ने उन्हें 2012 में उनके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज किए गए केस में गिरफ्तार किया है. वहीं कुमुद ने बताया कि उनके खिलाफ ये साजिश है.
बताया गया है कि इस मामले में कुमुद पटेल के खिलाफ वारंट जारी हो गए थे. वहीं गिरफ्तार हुए कुमुद पटेल ने कहा कि बेहद ही छोटे मामले में उनको गिरफ्तार किया जाना, उनके खिलाफ एक बड़ी साजिश है. चुनाव मैदान में आने से विरोधियों को डर सताने लगा है, इसलिए उनकी आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है.
अफरा तफरी का रहा माहौल
नामांकन के दौरान कुमुद पटेल की गिरफ्तारी को लेकर निर्वाचन कार्यालय के पास कुछ देर के लिए अफरा तफरी का माहौल बन गया. बता दें कि कुमुद पटेल की गिनती युवा जेडीयू के चर्चित नेताओं में होती थी.
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हाल ही में उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए जेडीयू का दामन छोड़ दिया था. कुमुद पटेल ने जन तांत्रिक विकास पार्टी के टिकट पर आरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोकी है.
input: Aajtak